Agra: Businessman clashed with masked miscreants, warehouse attacked at midnight, caught after running with nephew
In Rakabganj police station area of Agra, four masked miscreants surrounded a businessman and tried to rob him. The businessman showed courage and confronted the miscreants.

हाथरस रोड पर एक व्यक्ति से 50 हजार रुपये की लूट की घटना अभी लोग भूले भी नहीं थे कि छीपीटोला में एक और व्यापारी से लूट का मामला सामने आया। देर रात चार बदमाशों ने व्यापारी को लूटने की कोशिश की, लेकिन व्यापारी के भतीजे के मौके पर पहुंचने से एक बदमाश को पकड़ लिया गया। पुलिस ने अब तक लूट में शामिल एक और बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बाकी दो बदमाशों की तलाश जारी है।
विमल जैन नामक व्यापारी के साथ लूट की घटना को कई दिनों तक उनकी गतिविधियों पर नजर रखने के बाद अंजाम दिया गया। 26-27 दिसंबर की रात करीब 12 बजे विमल जैन और उनके भतीजे आकाश ने अपनी दुकान बंद की और थोड़ी देर बाद विमल जैन अपने पास स्थित गोदाम चले गए।
जब व्यापारी विमल जैन गोदाम में दाखिल हुए, तभी उनके पीछे-पीछे चार बदमाश पहुंचे। बदमाशों ने उन्हें पकड़ लिया और उनके गले से सोने की चेन छीन ली, साथ ही जेब में रखी नकदी भी निकाल ली। इसके बाद वे उनका मोबाइल और कान में पहने कुंडल भी लूटने लगे। इसी दौरान, विमल जैन का भतीजा आकाश दोपहिया वाहन लेकर गोदाम पर पहुंच गया।
विमल जैन को यह एहसास हो गया था कि उनका भतीजा आ गया है, इसलिए उन्होंने लूटपाट कर रहे बदमाशों से मुकाबला करना शुरू कर दिया। दूसरी ओर, दोपहिया वाहन की गली में आने की आवाज से लुटेरे भी घबरा गए। जैसे ही आकाश ने अपनी स्कूटर गली में खड़ी की, उसने देखा कि कुछ लोग गोदाम से भागते हुए निकल रहे हैं।
आकाश को समझ में आ गया कि कुछ गलत हो रहा है, इसलिए उसने भागते हुए बदमाशों को पकड़ने की कोशिश की। हालांकि, तीन बदमाश किसी तरह भागने में सफल हो गए, लेकिन चौथे बदमाश को विमल जैन और आकाश ने मिलकर पकड़ लिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और बदमाश को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए बदमाश की जानकारी पर पुलिस ने एक और बदमाश को पकड़ लिया है, जबकि बाकी दो की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है।
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद छीपीटोला मार्केट के सभी दुकानदारों में डर का माहौल बन गया। बदमाशों ने जिस तरीके से वारदात को अंजाम दिया, उससे सभी को यह एहसास हुआ कि वे भी आसानी से शिकार हो सकते थे, क्योंकि मार्केट के अधिकांश व्यापारी देर रात अपनी दुकानें बंद कर घर की ओर निकलते हैं।
What's Your Reaction?






