Samples of 8 out of 14 medicines failed in Agra
8 samples taken from drug mafia Vijay Goyal's drug factory in Agra have been found to be failed. Quality standards were not met during the testing of these samples, due to which these samples have failed.
आगरा में दवा माफिया विजय गोयल की फैक्ट्री से लिए गए सैंपल में से 8 सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे। हालांकि, कैप्सूल कवर, पैरासिटामोल, और टैबलेट कैप्सूल बनाने में इस्तेमाल होने वाले स्टार्च और रंग के सैंपल में कोई कमी नहीं पाई गई। इन दवाओं पर गुजरात और उत्तराखंड की कंपनियों का नाम दर्ज है।
इन कंपनियों को नोटिस जारी किया जा रहा है। कंपनियों द्वारा जवाब मिलने के बाद, विजय गोयल के खिलाफ ड्रग एक्ट के तहत मुकदमा दायर कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
22 अक्टूबर को शास्त्रीपुरम में दवा माफिया विजय गोयल की अवैध दवा फैक्ट्री पर एएनटीएफ, पुलिस और ड्रग विभाग ने संयुक्त रूप से छापेमारी की थी। इस छापेमारी के दौरान करीब 8 करोड़ रुपये का दवा और पैकिंग मशीनों का सामान बरामद हुआ था। ड्रग विभाग ने फैक्ट्री से 14 दवाओं के सैंपल लखनऊ लैब में जांच के लिए भेजे थे।
असिस्टेंट कमिश्नर, ड्रग विभाग, अतुल उपाध्याय ने बताया कि 14 में से 8 दवाओं के सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे हैं। वीके लाइफ साइंस, अंकलेश्वर, गुजरात के नाम से बनाई जा रही नींद की टैबलेट अल्जोसेल .5 एमजी और उसके सॉल्ट में एल्प्राजोलम का परीक्षण में अभाव पाया गया है।
उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित प्योर एंड क्योर कंपनी द्वारा बनाई जा रही टैबलेट्स में भी अल्प्राजोलम का परीक्षण में अभाव पाया गया है। इसी कंपनी के पेन किलर कैप्सूल, प्रोक्सीवेल स्पास, और कैप्सूल के सॉल्ट में पैरासिटामोल तो पाया गया है, लेकिन ट्रैमाडोल मौजूद नहीं है।
इन दवाओं में एक्सीपिएंट (निष्क्रिय दवा पदार्थ) पाया गया है। एलर्जी के इलाज के लिए दी जाने वाली दवा मांटेयर एफएक्स और भूख बढ़ाने वाली साइप्रोहेप्टाडिन के रॉ मटीरियल के सैंपल भी जांच में फेल हो गए हैं।
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