The churches of Agra, lit up on Jesus' birthday, greeted each other with "Mary Christmas" in the morning as they gathered to witness the Lord.
The birth of Jesus Christ was celebrated with great joy in all the churches of Agra on Christmas Day. As soon as the Lord Jesus was born, festive congratulations began to resonate throughout the churches.

ईसाई समुदाय और शहरवासियों ने प्रभु ईसा मसीह का जन्म उत्सव बहुत ही धूमधाम और खुशी के साथ मनाया। इस अवसर पर माता मरियम की पूजा और प्रार्थना का आयोजन किया गया। जैसे ही रात के बारह बजे, गिरजाघरों में घंटे और घड़ियालों की आवाज के साथ प्रभु के जन्म का पवित्र संदेश गूंज उठा, वातावरण श्रद्धा से भर गया। प्रमुख गिरजाघरों में विशेष पूजा और प्रार्थना सभाओं का आयोजन हुआ। सेंट मैरी चर्च के प्रमुख पुरोहित फादर जोसेफ डाबरे ने "मिस्सा बलिदान" अर्पित किया और बाइबिल से पाठ पढ़कर प्रभु यीशु के जन्म का संदेश दिया। उन्होंने प्रभु के जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं को साझा किया। फादर जॉन और फादर मून ने सभी को क्रिसमस डे की शुभकामनाएं दीं। इस दौरान धार्मिक गीत (करोल्स) और भजनों का गायन हुआ, और भक्तों को विशेष संदेश भी दिए गए।
आगरा के महाधर्माध्यक्ष डॉ. रफी अंजलि ने अपने संदेश में कहा कि क्रिसमस वह विशेष समय है जब ईश्वर ने अपने एकमात्र पुत्र को मानवता के उद्धार के लिए इस धरती पर भेजा। प्रभु यीशु ने अपने बलिदान और उपदेशों के माध्यम से हमें प्रेम, दया और क्षमा का सच्चा मार्ग दिखाया। उन्होंने बताया कि प्रभु ईसा दीन-दुखियों और जरूरतमंदों के बीच रहते हैं और हमें दूसरों के लिए जीने की प्रेरणा दी है। महागिरजाघर के फादर राजन दास ने भी भक्तों को क्रिसमस की बधाई दी और कहा कि प्रभु यीशु ने हमें सच्चे प्रेम, सेवा और क्षमा का मार्ग बताया। गायन मंडली का नेतृत्व फादर शाजी ने किया। पूरे गिरजाघर को रोशनी और प्रभु यीशु के जन्म की झांकियों से सजाया गया था, जबकि सेंट मेरी चर्च प्रतापपुरा में भव्य सजावट की गई। जागरण में बाइबिल पाठ, भजनों और प्रवचनों के बीच विशेष प्रार्थनाएं की गईं, जिनमें देश और दुनिया में शांति, सद्भाव और खुशहाली की कामना की गई। पुरोहितों ने समाज के कमजोर और पीड़ित वर्गों की मदद करने का आह्वान किया, ताकि उनके जीवन में भी प्रकाश आ सके। क्रिश्चियन समाज सेवा सोसाइटी के अध्यक्ष डेनिस सिल्वेरा ने सभी को क्रिसमस की शुभकामनाएं दीं।
गिरजाघरों में की गई है भव्य सजावट
25 दिसंबर को ईसाई समाज के लोगों ने बड़े उल्लास के साथ ईसा मसीह का जन्म उत्सव मनाया। माना जाता है कि ईसा मसीह का जन्म 7 से 2 ई.पू. के बीच हुआ था। क्रिसमस के दिन समाज के लोग गिरजाघरों में पहुंचे और प्रार्थना की। इस विशेष दिन की खुशी में एक-दूसरे को उपहार दिए गए। चर्चों में शानदार सजावट की गई और समारोह का आयोजन हुआ। बड़ी संख्या में ईसाई समुदाय के लोग गिरजाघरों में आए और ईसा मसीह से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रार्थना की। क्रिसमस ट्री और रंग-बिरंगी रोशनियों से गिरजाघर का परिसर जगमगाते हुए नज़र आया।
गिरजाघरों में की गई प्रार्थना सभा
क्रिसमस डे के अवसर पर सभी गिरजाघरों में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। सेंट पीटर्स चर्च में हजारों श्रद्धालुओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। समाज के लोग एक-दूसरे से हाथ मिलाकर और गले लगाकर क्रिसमस की शुभकामनाएं देने आए। फादर राजन ने बताया कि सुबह भक्तों को प्रभु यीशु के दर्शन कराए जाएंगे और त्योहार की खुशी मनाई जाएगी। इस अवसर को खास बनाने के लिए कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
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